अंक देना- गले लगना।
अंक भरना- गले लगाना, लिपटाना।
अंक लगाना- गले लगाना, लिपटाना।
अँकवार देना- गले लगाना ।
अँकवार भरना- गोद में भरना,
गोद में बच्चे का रहना ।
अंग करना - स्वीकार करना।
अंग छूना- कसम खाना ।
अंग टूटना- अँगड़ाई आना, ज्वर से पहले
देह टूटना ।
अंग धरना- पहना धारण करना ।
अंग फूले न
समाना- अत्यन्त
प्रसन्न होना ।
अंग मोड़ना- लज्जा से देह सिकोड़ना, अँगड़ाई लेना ।
अंग लगना- लिपटना, आहार देह लगना ।
अँगड़ाई
तोड़ना- जम्हाई के
साथ अंग को तानना, अँगड़ाई लेते समय किसी के कन्धे पर हाथ रखकर अपनी देह का भार देना ।
अंगारा बनना,होजाना, होना- गुस्से
से क्रोध में पागल हो जाना ।
अंगारे
उगलना- जली कटी
सुनाना ।
अंगारे
फाँकना- ऐसा काम
करना करना जिसका फल बहुत बुरा हो ।
अंगारे
बरसना- आग बरसना, सख्त गरमी
पड़ना, दैवी कोप होना ।
अंगारों पर
पैर रखना- जानबूझकर
अपने को खतरे में डालना ।
अंगारों पर
लोटना- क्रोध या
इर्ष्या से जलना,
अंगारों पर
लोटाना- जलाना,तड़पाना ।
अंगूर खट्टे
होना- किसी चीज
का पहुँच के बाहर होना ।
अंजर पंजर
ढीला हो जाना- जोड़-जोड़
हिल जाना ।
अंटी पर
चढ़ना- धोखा खा
जाना ।
अंटी मारना- दूसरे की चीज धीरे से उड़ा
लेना । कम तौलना,डाड़ी मारना ।
अंडा ढीला
हो जाना- कमजोर या
बीमार हो जाना ।
अंड़ा फूटना- अंडे से बच्चे का बाहर आना।
अंडे बच्चे- औलाद,संतान।
अंडा ल़ड़ना- जुआ खेलना।
अंडे सरकाना- हाथ पैर हिलाना।
अंत पाना- भेद पाना।
अंत बनना- अन्तिम भाग का अच्छा होना।
अंत बिगड़ना- अन्तिम भाग का बुरा होना।
अंत लेना- भेद लेना।
अंधा बनना- बेवकूफ बनना, धोखा खाना,उपेक्षा करना।
अंधे की
लकड़ी की लाठी- दुर्बल का
एकमात्र सहारा ।
अँधेरा छा
जाना- बहुत बड़ी हानि होने पर एकाएक न
दिखाई देना।
अँधेरे
-उजेले-- समय-कुसमय।
अँधेरे घर
का उजाला- एकलौता
बेटा।
अँधेरे मुँह- उजाला होने से पहले।
अँधेरी का
यार- गुप्त
प्रेमी।
अँधेरी डालना या देना- आँख मूदकर दुर्गति करना, धोखा देना
अकबल करना- प्रलाप करना,रोना।
अकिल की
अजीरन- बुद्धि का
अतिरेक करना।
अक्ल खर्च
करना- समझबूझ कर
काम करना।
अक्षर घोटना- अक्षर
लिखने का अभ्यास करना ।
अक्षर से
भेंट न होना- बिल्कुल
अनपढ़ होना ।
अक्स उतारना- हूबहू
नक्शा बनना ।
अक्स छाना- रंग का उतर
जाना
अक्स लेना- किसी तसवीर
पर बारीक कागज रखकर खाका लेना ।
अखाड़ा गरम
होना- ज्यादा
भीड़ होना ।
अखाड़ा
जमना- किसी जगह
बहुत आदमियों का जमा होना ।
अखाड़े में
आना- मुकाबले
में उतरना
अख्ज करना- ग्रहण
करना, बात से बात निकालना ।
अख्तर
चमकना- नसीब जागना, भाग्य का उदय
होना।
अगर -मगर
करना- तर्क करना, आगा-पीछा करना,
टाल-मटोल करना ।
अच्छा आना-ठीक वक्त
पर आना(व्यंग्य में उल्टा अर्थ हो जाएगा)
अच्छा
करना-तन्दरूस्त करना, आफत से बचाना, अच्छा कार्य
करना ।
अच्छा कहना- तारीफ
करना ।
अच्छा लगना- सुन्दर
लगना ।
अच्छी कटना,गुजरना- आराम से
दिन बीतना ।
अच्छे-अच्छे- बड़े आदमी ।
अच्छे वक्त- जरूरत के
वक्त ।
अच्छे से
पाले पड़ना- बड़े बेढब
आदमी से पाला पड़ना ।
अच्छे हालों
गुजरना- आराम से दिन
बीतना ।
अजाब मोल
लेना- अकारण
कष्ट ।
अजीरन होना- भारी,दूभर होना ।
अजीरन करना- आफत कर देना
।
अटवाटी-खटवाटी
लेकर पड़ना-रुककर अलग
जा बैठना
अटेरन कर
देना- हरा देना,थका देना ।
अटेरन फेरना- घोड़े को कावा देना
।
अटेरन होना- बहुत दुबला
हो जाना ।
अटखेलियाँ
करना- किलोल
करना इतराकर नाज के साथ चलना ।
अड़ंगा
लगाना,डालना-अड़चन डालना, होते हुए कार्य में बाधा डालना ।
अड़ंगा
मारना- अड़ंगे का पेंच
करना, विघ्न डालना ।
अड़ पकड़ना,लेना- पनाह लेना,पनाह ढूढ़ना ।
अता करना,फरमाना- देना ।
अता होना- मिलना ।
अदम का
रास्ता लेना,अदम को सिधारना- परलोक सिधारना, मरना ।
अदहन देना- आग पर
चढ़ाना ।
अधर चबाना- अत्यन्त
क्रुद्ध होना ।
अधर में
झूलना.में पड़ना,में लटकना- अधूरा रहना,दुविधा में पड़ा रहना ।
अधूरा जाना- असमय
गर्भपात होना ।
अघौड़ी तनना-पेट खूब भर जाना ।
अधौड़ी
तानना- छककर खाना ।
अनभल ताकना- अहित चाहना।
अनसुनी
करना- सुनकर भी न
सुनने वाला आचरण करना ।
अनी का हाथ/
अनी की चोट- सामने की
चोट ।
अनी पर कनी
काटना- ग्लानि के
कारण आत्महत्या करना ।
अपना करना- मित्र या
अनुकूल बना लेना ।
अपना सा
मुँह लेकर रह जाना- लज्जित होना ।
अपनी पड़ना- सबको अपनी
चिंता होना ।
अपनी गाना- अपनी ही
बात करना ।
अपनी
गुड़िया सवार देना-सामर्थ्यानुसार कन्या का विवाह कर देना ।
अपनी नींद
सोना- अपनी
मर्जी से सोना-जागना ।
अपनी बात का
एक- जो अपनी
बात पर डटा रहे ।
अपनी बात पर
आना- हठ करना ।
अपने तक
रखना- किसी से न
कहना ।
अपने पर
आना- अपने बुरे
स्वभाव के अनुसार कार्य करना ।
अपने मुँह
मिया मिट्ठू बनना- अपने बुरे स्वभाव के अनुसार कार्य करना ।
अफलातून का नाती- अपने
बड़प्पन की डींग मारने वाला ।
अब-तब करना- आजकल करना, टाल-मटोल करना
।
अब-तब होना
/ लगना- कुछ देर का
मेहमान होना, मरणासन्न होना ।
अबरू पर
(में) बल आना- क्रुद्ध
होना, त्योरी चढ़ना ।
अबरू पर मैल
न आना- असर न
होना, अविचलित रहना ।
अबे-तबे
करना- अपमानजनक
ढंग से बात करना ।
अमल-दरामद
होना- काम में
लाया जाना ।
अमल पानी
करना- नशा पीना, भंग पीना ।
अमान माँगना- रक्षा की
प्रार्थना करना, त्राहि-त्राहि करना ।
अमानत में
खयानत- अमानत की
रकम खा जाना।
अरई
देना/लगाना- ताकीद
करना ।
अरमान
निकालना- इच्छा कामना
की पूर्ति होना ।
अरमान रह
जाना- लालसा- कामना का
अतृप्त रह जाना ।
अरसा तंग
होना- कठिनाई
में पड़ना ।
अल्लाह
मियाँ की गाय- सीधा, भोला, बिना छक्के पंजे का ।
अवटना मारना- कष्ट उठाना,
ठोकरे खाना ।
अवधि
देना/धरना/बदना- समय नियत करना,मुद्दत बाँधना ।
अवसर चूकना- सुयोग का
लाभ न उठाना,मौके पर काम न करना ।
अवसर ताकना- मौका
ढूढ़ना ।
अवसर मारा
जाना- मौका हाथ
से निकल जाना ।
आँख उठाकर न देखना- ध्यान न देना,उपेक्षा करना, लज्जा
के भाव से सामने न देखना ।
आँख उठाना- शत्रु भाव
से देखना।
आँख उलट
जाना- घमंड होना
।
आँख ऊँची न
होना- लज्जा के
कारण सामने न देखना, नजर बराबर न करना ।
आँख ओट
पहाड़ ओट- सामने न
होने पर दूर नजदीक का एक होना ।
आँख का अंधा
गाँठ का पूरा- आँख
गड़ाकर देखने पर आँख में पीड़ा उठना।
आँख का अंधा
नाम नयनसुख- नाम तथा
गुण में विरोध
आँख का
काँटा- जिसे देखकर
कष्ट हो, शत्रु कार्य में बाधक ।
आँख का काजल
चुराना- सफाई से हाथ
मारना ।
आँख का तारा- अत्यन्त
प्रिय व्यक्ति
आँख का तेल
निकालना- आँखों पर
जोर पड़ने वाला कार्य करना
आँख कान
खुला रहना- सावधान
रहना
आँख का परदा
उठना- भ्रम दूर
होना
आँख का पानी
ढल जाना- निर्लज्ज
हो जाना
आँख की पुतली- अत्यन्त
प्रिय व्यक्ति
आँख की बदी
भौं के आगे- किसी का
दोष उसके मित्र या सम्बन्धी के आगे कहना
आँख चमकाना- आँख
दिखाना, रोब झाड़ना ।
आँख चरने
जाना- नजर गायब
हो जाना
आँख चुराकर
कुछ कहना- छिपकर कुछ
कहना
आँख चुराना-
बे मुरव्वत हो जाना लज्जा
से सामने न देखना ।
आँख चूकना- गाफिल होना ।
आँख छत से न
लगना- मरते समय आँख का टँग जाना।
आँख झेपना-लज्जित होना
आँख टेढ़ी
करना- बे मुरव्वती दिखलाना।
आँख दिखाना-रोष या अवज्ञासूचक दृष्टि
से देखना।
आँख नाक से
डरना- ईश्वर से डरना।
आँख नीची
करना-लज्जित होना।
आँख नीली
पीली करना-गुस्सा दिखाना,धमकाना।
आँख
फाड़-फाड़ कर देखना-आश्चर्य या औत्सुक्य के साथ देखना।
आँख मूँदकर
काम करना- किसी काम की परवाह न करना।
आँख बराबर
करना-सामने ताकना, डटकर बात
करना
आँख बिछाना-आदरपूर्वक स्वागत करना।
आँख भर आना-नयन का अश्रुपूर्ण होना।
आँख मूँद
लेना-ध्यान न देना
आँख में आँख
डालना-धृष्टतापूर्ण दृष्टि से
देखना।
आँख में
खटकना/ गड़ना-बुरा मालूम होना।
आँख लगना-प्रेम दृष्टि से देखना।
आँख लड़ना-दिल लगना, नींद न आना।
आँख लाल
करना- क्रोधपूर्ण दृष्टि से
देखना।
आँख सेंकना-सौन्दर्य दर्शन का सुख
लेना।
आँख से भी न
देखना- तुच्छ समक्षना।
आँख होना-परख होना,ज्ञान होना।
आँखे चार
होना-देखा-देखी करना।
आँख ठण्डी
होना-जी भरना तृप्त होना।
आँख फिर
जाना- बेमुरौवत होना।
आँख बदल
जाना-कृपा दृष्टि न रहना।
आँखों की
सूइयाँ निकालना-किसी के द्वारा पूरित काम पर थोड़ा करके सारा श्रेय लेना।
आँखों के
आगे अन्धेरा छाना- मूर्छित होना, विपत्ति में
निराश होना।
आँखों के
आगे चिंगारी छूटना- चकाचौंध होना।
आँखों के
आगे नाचना/ फिरना- स्मृति में बना रहना।
आँखों को रो
बैठना-आँखें खो देना।
आँखों तले न
लाना- कुछ न समझना।
आँखों पर
ठिकरी रख लेना-अनजान बनना, रुखाई दिखलाना।
आँखों पर
पट्टी बाँध लेना- ध्यान न देना।
आँखों पर
परदा पड़ना- भ्रम होना, समझ में न आना।
आँखों पर
पलकों का बोझ न होना-अपने लोगों का भार न मालूम होना।
आँखों में काजल घुलना - काजल का खूब लगाना
आगे निकलना-साथियों
प्रतिस्पर्धियों से आगे निकलना
आगे लेना - अगवानी
करना, आगे जाकर मिलना आगे से पहले से,
आगे होना -अग्रसर
होना, बढ़ जाना, सामना करना
आज कल करना -टालमटोल
करना
आज कल का
हाल- का नए
जमाने का
आज कल में- बहुत जल्द, पो चार दिनो
में
आज कल लगना-मौत करीब
होना
आज मुये कल दूसरा
दिन- मृत्यु के
बाद की बात की ओर ध्यान न देना
आजिज आना - तंग आना, ऊब आना
आटा आटा कर
देना -बहुत बारीक
करना, पीसना
आटा गीला
होना - कठिनाई
में कठिनाई पैदा हो जाना
आटा माटी
होना- तबाह होना
आटे की आपा-भोली भाली
औरत
आटे के साथ घुन
पीसना-बड़े आदमी
के साथ छोटे को नुसकान पहुंचाना
आटे दाल का
भाव मालूम होना- असलियत का पता
चलना
आहे दाल की
फिक्र - गृहस्थी
की चिंता
आटा में नमक- थोड़ा सा
जरा सा
आठ आँसू
रोना - बहुत
विलाप करना
आठ अठारह
होना - तितर-वितर
होना, हैरान होना
आठ आठ पहर - हर वक्त
आठों पहर जामें
से बाहर रहना- हर वक्त
गुस्से में रहना
आठ पहर चौसठ
घड़ी - हर वक्त
आठों गाँठ
कुम्मैत- वह घोड़ा
जिसके सब अंग कुम्मैत हो, चालाक
आठों पहर
सूली पर रहना- हमेशा
कष्ट में रहना
आड़े देना - ओट करना
आड़ा तिरछा
होना - कुद्ध
होना
आड़ा पड़ना, होना - बाधक होना
आड़े आना - संकट में
सहायक होना
आड़े हाथों
लेना - व्यंग्य बेधना, बुरी तरह
बनाना।
आत्मा ठंडी
होना - संतोष
होना
आदाब अर्ज
करना- सलाम करना, विदा लेना
आदाब बजा लेना -विनय
पूर्वक अभिवादन करना
आधा तीतर
आधा बटेर - बेमेल,
आधी बात न पूँछना- कदर न करना
आन तोड़ना - प्रतिना भंग करना, हठ छोड़ना
आन रखना -अपनी बात
रखना
आन की आन
में - बात की
बात में
आ पड़ना -संकट, विपदा आना,
यकायक आ जाना
आ बनना -अवसर हाथ
लगना
आ रहना- गिर पड़ना
आ लगना - आरम्भ
होना, ठिकाने पहुँचना
आ लेना - पकड़ लेना, पहुंच जाना
आप आप करना- खुशामद
करना
आप आप की
पड़ना-अपने-अपने
काम में व्यस्त रहना
आप आप को - अलग- अलंग
अपने को
आप से आप- खुद-ब-खुद
आप ही आप - स्वत:
अपने मन से
आपा खोना- अपने को
बरबाद करना, मरना, घमंड करना
आपा डालना - घमंड छोड़ना
आपा तजना - द्वैत भाव
का तिरस्कार
आपा दिखलाना -दर्शन देना
आपा बिसराना - अपने को
भूल जाना
आपे में आना- होश हवास
में होना
आप में न
रहना, से बाहर होना, से निकलना – क्रोधादि के अतिरेक से मन काबू में न रहना
आफत का
टुकड़ा -बहुत तेज, चलता, धूर्त आदमी, तूफानी
आफ़त का
मारा - विपदाग्रस्त, दुर्दैव पीड़ित
आफत ढाना- अनहोनी
बात कहना
आवाज भारी
होना भर्राना- गले से स्पष्ट
और मोटी आवाज निकलना
आवाज मारना- जोर-जोर
से पुकारना।
आवाज लगाना- आवाज देना, ऊँची तान
लगाना।
आवाज कसना- बोली
बोलना, व्यंग कसना।
आशा टूटना- आशा भंग
होना।
आशा तोड़ना- निराश
करना।
आशा देना- उम्मीद
बँधाना।
आशा पूजना- आशा पूरी
होना।
आशा बंधना- आशा
उत्पन्न होना।
अशोब उठना- फसाद शुरू
होना।
आसन उखड़ना- जमकर न
बैठ सकना, डगमगाना।
आसन उठना- स्थान
छूटना।
आसन करना- शरीर को
विशेष स्थिति में रखना ।
आसन कसना- अंगों को
तोड़ मरोड़ कर बैठना।
आसन छोड़ना- उठकर चल
देना।
आसन जमना- एक ही
स्थान पर एक प्रकार से देर तक बैठना ।
आसन जमाना- अधिक भाव
से बैठना, डेरा डालना ।
आसन डिगना- डोलना- चित्त का
विचलित हो जाना ।
आसन तले आना-वश में होना ।
आसन देना- आदरपूर्वक
बैठाना टिकाना ।
आसन बांधना- जाँघों से
जकड़ना।
आसन मारना-
आसन जमाना, जमकर बैठना ।
आसमान के
तारे तोड़ना- दुसाध्य, अनहोनी बात करना
।
आसमान जमीन
की कुलाबे मिलाना- दूर की हाँकना।
आसमान
झाँकना/ ताकना - घमंड
करना।
आसमान टूटना- बिपत्ति आ
पड़ना ।
आसमान
दिखाना- कुश्ती
में प्रतिद्वंदी को चित्त कर देना ।
आसमान पर
उड़ना- मिजाज बढ़
जाना । गर्व से इतराना ।
आसमान पर
चढ़ाना-
अतिप्रशंसा करना, मिजाज बिगड़ना ।
आसमान पर
थूकना- दूसरे को
निंदित होने में स्वयं निंदित होना ।
आसमान फटना- भारी
विपत्ति आ पड़ना ।
आसमान में
छेद होना- वर्षा का
न थमना ।
आसमान में
थूनी लगाना- कठिन, अनहोनी बात
करना ।
आसमान सिर
पर उठा लेना- बहुत शोर.
ऊधम मचाना
आसमान सिर
पर टूटना- दैवकोप
होना, विपत्ति आना ।
आसमान से
गिरना, टपकना- अपने आप उपस्थित हो जाना ।
आसमान से
बातें करना- आसमान
छूना ।
आस्तीन का
सांप- दोस्तनुमा
दुश्मन, मित्र बनकर शत्रुता करने वाला ।
आस्तीन
चढ़ाना- लड़ने को
तैयार होना ।
आह करना- कलपना,
आह खींचना- ठंड़ी
साँस के साथ आह भरना ।
आह पड़ना- शाप पड़ना, किसी को सताने
का फल मिलना ।
आह भरना- आह खींचना
।
आह मारना- ठंडी सांस
खींचना ।
आह लेना- सताने का
फल अपने ऊपर लेना ।
आहट लेना-टोह में
रहना ।
इ-ईसे बनने वाले मुहावरें ।
इंतहा कर
देना - अति कर
देना, हद करना,
इज्जत
उतारना/लेना - अपमानित
करना,आबरू लूटना, सतीत्व भंग करना,
इज्जत खोना/
गंवाना - मर्यादा
खोना
इज्जत देना - मर्यादित
करना, गौरवान्वित करना।
इधर-उधर
करना - टाल मटोल
करना
इधर उधर की- जहाँ तहाँ
की, सुनी सुनायी
इधर-उधर
हाँकना- गप मारना
इधर-उधर से - जहाँ तहाँ
से, दूसरों से
इधर-उधर
होना -
अव्यवस्थित हो जाना, टाल मटोल करना
इधर का उधर
होना - कहीं का
कहीं ही जाना, उलट-पुलट जाना
इधर की उधर
करना- लड़ाई झगड़ा
लगाना, चुगली करना
इधर की
दुनिया उधर हो जाना- असंभव का संभव होना
इधर या उधर जीत या हार, अनुकूल या
प्रतिकूल
इनायत करना-फरमाना
देना, प्रदान करना
इमली घोटाना- व्याह की
एक रस्म जो वर-वधू के मामा को करनी पड़ती है।
इल्लत पालना- कोई झंझट, बुरी आदत पाल
लेना
इष्ट होना- सिद्धि
प्राप्त कर लेना ।
ईंट का
छल्ला देना - मजबूती के
लिए सटाकर ईंटे चुनना
ईंट की
मस्जिद अलग बनाना - अपनी ही बात पर चलना
ईंट मारना - भलाई की
आशा बँधाकर बुराई करना ।
ईंट से ईंट
बजना- खुलकर
लड़ाई होना,
ईद का चाँद- ऐसी वस्तु
जिसका दर्शन दुर्लभ हो ।
ईमान का
सौदा -खरा
व्यवहार
ईमान की
कहना-सच कहना, सच्ची बात
बोलना
ईमान ठिकाने
न रहना- धर्म पर
दृढ न रहना
ईमान डिगना -नीयत में
खामी आना
ईमान देना - सत्य
छोड़ना
ईमान में
फ़र्क आना (बिगड़ना) - नीयत बिगड़ना,
ईमान लाना- किसी मत
धर्म सिद्धान्त की सच्चाई पर विश्वास लाना ।
उ-ऊ से बनने वाले मुहावरें ।
उँगली उठना - बदनामी होना,
उपहास का पात्र होना
उँगली उठाना - दोष, लांक्षन लगाना,
बदनाम करना
उँगली करना - परेशान
करना, सताना
उँगली
चटकाना - उँगलियों
से चट्- चट् शब्द करना
उँगली
चमकाना - उँगलियों
को नखरे द्वेष से हिलाना
उँगली
पकड़ते पहुंचा पकड़ना - थोड़ा पाकर अधिक पाने का प्रयत्न करना
उँगली रखना (किसी कृति
में) दोष दिखाना करना
ऊँगली लगाना - किसी काम
में नाम मात्र का सहायता करना
पाँचो उँगली
घी में होना - प्रचुर
लाभ का अवसर मिलना
उंगलियों पर
नाचना - इशारों पर
नाचना, हैरान करना
उखड़ा उखड़ा
सा रहना -
अस्त-व्यस्त या उदास सा रहना
उखड़ी -
उखड़ी बातें करना - बेलौस होकर बात करना
उखड़ी-पुखड़ी
सुनाना - अंड बंड
सुनाना
उजला मुंह
करना - गौरव
बढ़ाना, कलंक मिटाना
उझकना-
विझकना उछलना कूदना
उट्ठी बोलना- हार मान
लेना
उठ खड़ा
होना - चलने को
तैयार होना
दुनिया से
उठ जाना- मर जाना, चल बसना
उठल्लू का
चूल्हा - बेमतब
घूमने वाला
उड़ खाना- अप्रिय
लगना
उड़ चलना - असाधारण
वेग से चलना इतराना
उड़ान भारना - बहाना
करना बातों में टालना
उन्नू करना - इतना
मारना कि देह पर दाग पड़ जाय
उधार खाना -कर्ज पर
गुजर करना
उधार खाये
बैठना -किसी चीज
के आसरे रहना, किसी बात पर तुल जाना
उधेड़ कर रख
देना - कच्चा
चिट्टा खोल देना, दोष बतला देना
उनका होना - अलभ्य, अदृश्य हो जाना
उन्नीस-बीस
होना - लगभग
बराबर होना, कुछ घर-बद होरा
उपकार मानना - एहसान
मानना, कृतज्ञता प्रकाश करना
उपज की लेना- नयी
युक्ति निकालना
उफ न करना -मुँह से आह
तक न निकलना, पीड़ा को पी जाना
उबल पड़ना -कुद्ध होकर
अंड बंड बकना आपे से बाहर होना
उमड़ना
घुमड़ना- घूम-घूम
कर फैलना
उम्मीद वर
आना - इच्छा
पूरी होना। अभीतर सिद्ध होना
उम्मीद से
होना - गर्भवती
होना
उम्र का
पैमाना - मृत्यु
का निकट होना
उम्र का
प्याला भर जाना- आयु का अंत आ जाना
उम्र टेरना- किसी तरह
जिंदगी के दिन पूरे करना।
उर आनना /
लाना - छाती से
लगाना, सोचना, ध्यान करना ।
उरद के आरे
की तरह ऐठना-कुछ होना, इतराना
उरद पर
सफेदी- बहुत कम
मात्रा
उलटना-पलटना - उपर से
नीचे, कुछ का कुछ, इस बल से उस बल
उलटी खोपड़ी
का – मूर्ख,ना
समझ, उलटी बुद्धि का
उलटी गंगा बहना-
रीतिविरुद्ध या अनहोनी बात कहना
उल्टी गंगा
बहाना - उलटी रीति
चलाना
उल्टी पट्टी
पढ़ाना- बहकाना
उलटी माला
फेरना- बुरा
मानना, कोसना
उलटी साँस
चलना- दम उखड़ना, मरणासन्न होना
उलटी साँस
लेना -
जल्दी-जल्दी साँस लेना, मरणासन्न होना
उलटी सीधी
सुनाना - खरी-खोटी
सुनाना, फटकारना
उलटी हवा
बहना - उलटी रीति
चलना
उलटे कॉटे
तौलना -कम तौलना
उलटे छूरे
से मूड़ना - बेवकूफ
बनाकर पैसा ऐठना
उलटे पाँव
फिरना लौटना) - तुरंत
लौना लौटना
उलटे मुँह
गिरना - दूसरे के
हति के प्रयत्न में अपनी छति करना
उलथा मारना - कलाबाजी
करते हुए पानी में कूदना
उल्लू का
गोश्त खिलाना - बेवकूफ
बनाना, वश में कर लेना
उल्लू का
पट्ट्ठा -निपट मूर्ख
।
उल्लू बनाना- ठगना, वेवकूफ बनाना ।
उल्लू बोलना - उजड़ जाना, वीरान होना ।
ऊँचा नीचा
सुनाना -भला बुरा
कहना
ऊँचा सुनना - अर्ध बधिर
होता
ऊँची दुकान
फीका पकवान- नाम के
अनुरूप काम, गुण का न होना
ऊँट किस
करवट बैठता है- मामले का क्या नतीजा को
ऊँट की
चोरी-और नीचे नीचे - न छिपने वाली बात को की कोशिश
ऊँट के गले
में बिल्ली - बेमेल
असंगत बात
ऊंट के मुंह
में जीरा -अधिक खाने
वाले को कम देना।
ऊँट निकल
जाय दुम से हिचकियाँ- बड़ी-बड़ी बात कर जाना और छोटी में अटकना ।
ऊँट मक्के को
ही भागता है- हर चीज
अपने असल उद्गम की ओर जाती है।
ऊंट रे ऊँट
तेरी कौन सी कल सीधी - बेतुके आदमी की कोई बात ठीक नहीं होती।
उदबिलाव की
देरी- कभी
समाप्त न होने वाला झगड़ा।
ऊन मानना - दिल छोटा
करना, दुखी होना।
ऊपर-ऊपर से जाहिरा, प्रकट में
ऊपर की
आमदनी - बालाई
आमदनी, अतिरिक्त आय श्रोत
ऊपर की
दोनों जाना - दोनों
आँखें फूट जाना।
ऊपर तले के -
आगे-पीछे होने वाला, तरपरिया
ऊपर लेना - सिरपर या
जिम्में लेना ।
ऊपर होना - प्रधान
होना, ऊपर के ओहदे को पाना ।
ए-ऐ से बनने वाले मुहावरें ।
एक अनार सौ बीमार- वस्तु थोड़ी और चाहने वाले बहुत।
एक आँख न भाना- बिलकुल नापसंद होना ।
एक आँख से सबको देखना- एक सा मानना, समान व्यवहार ।
एक के दस-दस करना- खूब नफा कमाना ।
एक एक के दो करना- दिन काटना।
एक की चार लगाना- बढ़ा चढ़ा कर कहना, शिकायत करना ।
एक की दवा दो- एक को हराने,दबाने के लिए दो बहुत हैं।
एक के दस सुनाना- एक के बदले दस बात कहना ।
एक चना भाड़ नहीं फोड़ सकता- अकेले कठिन कार्य नहीं हो सकता।
एक जान दो कातिल- अभिन्न गहरी दोस्ती ।
एक जान हजार गम- अनेकों चिन्ताएँ, कोफ्त होना ।
एक तवे की रोटी क्या मोटी क्या छोटी- एक ही कुल घराने के सभी आदमी बराबर हैं।
एक थैली के चट्टे-बट्टे - दोनों में कोई वास्तविक अन्तर नहीं।
एक न शुद दो शुद- एक विपत्ति में दूसरी विपत्ति आना ।
एक पंथ दो काज- एक उपाय से दो कार्य का सिद्ध होना ।
एक पाँव भीतर एक पाँव बाहर- हमेशा
कार्य में फँसे रहना ।
एक पाँव रिकाब में होना- यात्रा के लिए
हमेशा तैयार रहना ।
एक पाँव पर खड़ा रहना- आज्ञा
पालन के लिए तैयार रहना ।
एक लाठी से सबको हाँकना-सबके साथ एक सा
व्यवहार करना ।
एक से दो होना- व्याह
हो जाना, अकेलापन खत्म होना ।
एक हत्या करना- एकाधिकार,इजारा कायम करना
एड़ देना (लगाना)- (घोड़े को) आगे
बढ़ाने के लिए एड़ मारना।
एड़ी चोटी का पसीना एक करना- बहुत मेहनत,
कोशिश करना ।
एड़ियाँ रगड़ना- बहुत कष्ट भोगना ।
ऐब करने को हुनर चाहिए- दोष छिपाने के
लिए भी गुण चाहिए ।
ऐरा गैरा नत्थू खैरा- जिसकी कोई
हैशियत न हो, साधारण जन ।
ओ-औ से बनने वाले मुहावरें ।
ओंठ चबाना-क्रोध प्रकट करना।
ओंठ चाटना-स्वाद की लालसा रह जाना।
ओंठ चूसना- चुम्बन करना।
ओंठ फड़कना- अत्यधिक क्रोधित होना।
ओंठों में कहना- बहुत धीरे बोलना।
ओखली में सिर देना- हानि सहने को तैयार होना।
ओढ़ना उतारना- अपमानित करना।
ओढ़ना ओढ़ाना- विधवा स्त्री के साथ सगाई करना।
ओढ़ना बिछौना बना लेना- हर वक्त काम में लाना।
ओढ़नी बदलना-सहेली बनाना, मित्रता
बदलना
ओर निबाहना- अन्त तक कर्तब्य पूरा करना।
ओलती तले का भूत- अपना सब भेद जानने वाला।
ओस का मोती- क्षणभंगुर
ओस चाटने से प्यास नहीं बुझती- थोड़ी बस्तु में आवश्यकता की
पूर्ति न होना।
ओस पड़ना- उदासी छा जाना।
ओला पड़ना-नष्ट हो जाना।
औंधी खोपड़ी- मूर्ख।
और ही कुछ- सबसे निराला,जुदा अनूठा।
औसान खता होना- होश-हवास ठिकाने न रहना,घबरा जाना।
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