बहती गंगा BAHTI GANGA
17- सारी रंग डारी लाल-लाल

17- सारी रंग डारी लाल-लाल

1. गुलाबबाड़ी की गुलाबी महफ़िल में गुलाबी परिच्छेद और गुलाब के ही गहने पहनकर गुलशन , गुलबदन और गुलबहार ने अपने क…

16- मृषा न होइ देव-रिसि बानी

16- मृषा न होइ देव-रिसि बानी

नगवा घाट पर बैठे सुक्खू ने स्वच्छ जल से धोकर सिल-लोढ़ा खड़ा कर और उस पर नारियल की खोपड़ी से दूधिया भाँग गिराता हुआ …

15-नारी, तुम केवल श्रद्धा हो

15-नारी, तुम केवल श्रद्धा हो

माँ-बाप पुकारते थे लल्लन। कॉलेज के रजिस्टर में नाम था रघुवीरशरण और सहपाठियों में उसकी प्रसिद्धि थी ' विमेनहेट…

14- दीया क्या जले जब जिया जल रहा

14- दीया क्या जले जब जिया जल रहा

1. गंगो नित्य की अपेक्षा आज कुछ जल्दी ही उठ गई थी। उठने के बाद से ही वह अनमनी थी। वह समझ नहीं पा रही थी , पर उसे स…