आधुनिक काव्य पीयूष मैथिलीशरणगुप्त राधा( द्वापर, उर्मिला का विरह वर्णन (साकेत) यशोधरा का विरह वर्णन (यशोधरा). जयशंकर प्रसाद आशा सर्ग (कामायनी) आँसू वरुणा की शान्त कछार सूर्यकान्त त्रिपाठी ‘निराला’ राम की शक्तिपूजा……………………….19 सन्ध्या सुन्दरी……………………...……31 तोड़ती पत्थर........................................32 विधवा …………………………………33 सुमित्रानन्दन पन्त ग्रन्थि.................................................35 परिवर्तन………………………………38 नौकाविहार........................................40 महादेवी वर्मा मैं नीर भरी दुख की बदली,…………………43 बसन्त रजनी……………………………….44 मंदिर का दीप,………………………………45 रे पपीहा पी कहाँ……………..............46 सच्चिदानन्द हीरानन्द वात्स्यायन ‘अज्ञेय कितनी नावों में कितनी बार…………….47 महावृक्ष के नीचे...................................48 बसन्त गीत……………………………49 गजानन माधव मुक्तिबोध मुझे याद आते हैं………………………50 मैं तुम लोगों से इतना दूर हूँ................56, वैद्यनाथ मिश्र ‘नागार्जुन’ प्रेत का बयान………………………..58 वे और तुम......................................59 सुदामा पाण्डेय ‘धूमिल मतदाता,......................................60 मोचीराम,......................................61 धर्मवीर भारती स्नेह शपथ…………………..…………..66 कविता की मौत .....................................67 1. महाकवि मैथिलीशरण गुप्त राधा (द्वापर) उर्मिला का विरह वर्णन (साकेत) यशोधरा का विरह वर्णन (सखि वे मुझसे कहकर जाते, )
सराहनीय कार्य।👏
जवाब देंहटाएंअति सुन्दर 🙏
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