उत्तरमध्यमा – प्रथम एवं द्वितीय वर्ष पाठ्यक्रम

चन्द्र देव त्रिपाठी 'अतुल'
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उत्तरमध्यमा – प्रथम एवं द्वितीय वर्ष पाठ्यक्रम
उत्तरमध्यमा पाठ्यक्रम

उत्तरमध्यमा – प्रथम एवं द्वितीय वर्ष पाठ्यक्रम

उत्तरमध्यमा प्रथमखण्ड (कक्षा-11) के पाठ्यक्रम की रूपरेखा
प्रश्नपत्र-संख्या विषयः पूर्णाङ्कः
प्रथम-प्रश्नपत्रम्अनिवार्यं संस्कृतम्100
द्वितीय-प्रश्नपत्रम्संस्कृतशास्त्रम् I100
तृतीय-प्रश्नपत्रम्संस्कृतशास्त्रम् II100
चतुर्थ-प्रश्नपत्रम्हिन्दी100
पञ्चम-प्रश्नपत्रम्आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम100
षष्ठ-प्रश्नपत्रम् इतिहासः/ राजनीतिशास्त्रम्/समाजशास्त्रम्/गृहविज्ञानम्/शिक्षाशास्त्रम् अर्थशास्त्रम्100
सप्तम-प्रश्नपत्रम्आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम100
अष्टम-प्रश्नपत्रम्आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम100

उत्तरमध्यमा प्रथमखण्डः (मानविकीवर्गः) — पूर्णांक: 100

प्रश्नपत्रम् (अनिवार्यसंस्कृतम् — 100)

  • स्त्रीप्रत्ययाः (46–60 अवन्तरा)
  • संधिप्रकरणम् - स्वर, व्यञ्जन...

द्वितीय प्रश्नपत्र (10)

  • निपात, अव्यय, उपसर्ग
  • उपमान, उपमेय...

तृतीय प्रश्नपत्र (100)

  • गद्यकाव्यमालिका...

चतुर्थ प्रश्नपत्र (100)

  • लघुनिबन्धरूपेण...

पंचम प्रश्नपत्र (100)

  • लघुनिबन्धरूपेण...

षष्ठ प्रश्नपत्र -(इतिहास, पुराण एवं संस्कृत)

  • प्रमुख आचार्य एवं चरित्र:
    १. बाल्मीकिः, २. व्यासः, ३. शुकः, ४. शौनकः, ५. वसिष्ठः, ६. विश्वामित्रः,
    ७. पराशरः, ८. भारद्वाजः, ९. गन्धर्वदेवः, १०. शिवः, ११. नन्दी, १२. अनसुइया,
    १३. अगस्त्यः, १४. यमः, १५. अहल्याः, १६. शबरी, १७. द्रौपदी, १८. सत्यभामा,
    १९. उषा, २०. कुमुदा।
  • संधिप्रकरणम् - स्वर, व्यञ्जन...
  • १) पौराणिक इतिहास: अठारह पुराण परिचय तथा पुराणों के रचयिता।

    २) पौराणिक कथाएँ एवं प्रमुख व्यक्तित्व:
    १. व्यासचरित्र, २. ध्रुवचरित्र, ३. प्रह्लाद चरित्र, ४. ययातिचरित्र,
    ५. बेन तथा ऋषु का आख्यान, ६. सगरोपाख्यान, ७. गंगावतरण, ८. हरिश्चन्द्राख्यान,
    ९. पुरुरवा-उर्वशी आख्यान, १०. ययातिः और देवयानी, ११. नल-दमयंती की कथा,
    १२. स्यमन्तक मणि की कथा, १३. कालियादाहकथा, १४. कपोतोपाख्यान,
    १५. वाणासुर की कथा, १६. निमिचरित्र, १७. मनु की कथा।

सप्तम् प्रश्नपत्र- पौरोहित्य (100)

  • (क)गृह्यसूत्रविहितकर्माणि।
  • (ख)विवाहसंस्कारविधिः।
  • (ग)गर्भाधानसंस्कारविधिः।
  • (घ)पुंसवन-सीमन्तोन्नयनसंस्कारविधिः।
  • (ङ)भजातकर्म-नामकरणसंस्कारविधिः।
उत्तरप्रदेश माध्यमिक संस्कृत शिक्षा परिषद् लखनऊ के पाठ्यक्रम 2019-20 के अनुसार- उत्तरमध्यमा प्रथम खण्ड (मानविकी वर्ग) प्रथम प्रश्नपत्र- अनिवार्यसंस्कृतम् 1. किरातार्जुनीयम् (प्रथम सर्ग) 2. रचनानुवादकौमुदी (31 से 45 अभ्यास) संस्कृतानुवादः,शब्दरूपाणि,धातुरूपाणि, पत्रलेखनम् 3. शब्दालंकाराः भेदोपभेद सहिताः (लक्षणोदाहरणज्ञानम्) 4. गुप्ताशुद्धि प्रदर्शनम् नन्यव्याकरणम् द्वितीयपत्रम्- क) सिद्धान्तकौमुदी (अपत्याधिकार, शेषिक, मत्वर्थीय स्वार्षिक निरुक्त) पूर्णांका:-10 तृतीयपत्रम्- पूर्णांका:-10 क) सिद्धान्तकौमुदी (भ्वादिगणादिप्रकरणम्) साहित्यम् द्वितीयपत्रम्-पूर्णांका:-10 क) दशकुमारचरितम् (पूर्वपीठिका) ख) रघुवंशमहाकाव्यम् (13-14 सगों) तृतीयपत्रम्- क) तर्कसंग्रहः (न्यायबोधिनी टीका) प्रत्यक्षखण्डः पूर्णाका:-100 उत्तरमध्यमा प्रथमखण्डः प्रश्नपत्रम् - अनिवार्यसंस्कृतम् पूर्णाङ्कः क) किरातार्जुनीयम् (प्रथम: सर्गः): 20 ख) रचनानुवाकपाठः (31-45 अभ्यायाः): 25 ग) संस्कृतव्याकरणम्: शब्दरूपाणि, धातुरूपाणि, प्रत्ययानाम्। - घ) शब्दकोशाध्ययनम्: भेदपरिचयसहितम् (लक्षणैः सह उदाहरणानि)। 10 ङ) गृहमाध्ययनपाठ्यांशः: आदिः – विश्वगुणादर्शनं श्लोकाः। गृहमाध्ययनभागानि (१–१०० पृष्ठान्तम्)। 15 च) मध्यमस्तरिकव्याकरणम् (कारक-समासप्रकरणम्): अथवा लघुसिद्धान्तकौमुदी (अष्टाध्यायीकारकप्रकरणं यावत्)। (व्याकरणोच्चारणाणां कृते अनिवार्यम् व्याकरणच्छात्राणां कृते वैकल्पिकम्)। 30 छ) न्यायसूत्रस्य अध्ययनम् (प्रथमखण्डः): अथवा न्यायसूत्रम् (प्रथमाध्यायस्य प्रथमः अधिकरणम्)। - १४. इतिहास, पुराण एवं संस्कृति क) १) पौराणिक इतिहास: अठारह पुराण परिचय तथा पुराणों के रचयिता। २) पौराणिक कथाएँ एवं प्रमुख व्यक्तित्व: १. व्यासचरित्र, २. ध्रुवचरित्र, ३. प्रह्लाद चरित्र, ४. ययातिचरित्र, ५. बेन तथा ऋषु का आख्यान, ६. सगरोपाख्यान, ७. गंगावतरण, ८. हरिश्चन्द्राख्यान, ९. पुरुरवा-उर्वशी आख्यान, १०. ययातिः और देवयानी, ११. नल-दमयंती की कथा, १२. स्यमन्तक मणि की कथा, १३. कालियादाहकथा, १४. कपोतोपाख्यान, १५. वाणासुर की कथा, १६. निमिचरित्र, १७. मनु की कथा। ख) प्रमुख आचार्य एवं चरित्र: १. बाल्मीकिः, २. व्यासः, ३. शुकः, ४. शौनकः, ५. वसिष्ठः, ६. विश्वामित्रः, ७. पराशरः, ८. भारद्वाजः, ९. गन्धर्वदेवः, १०. शिवः, ११. नन्दी, १२. अनसुइया, १३. अगस्त्यः, १४. यमः, १५. अहल्याः, १६. शबरी, १७. द्रौपदी, १८. सत्यभामा, १९. उषा, २०. कुमुदा। १५. पौराहित्यम् क) विषय विवरण क) गृह्यसूत्रविहितकर्माणि। ख) विवाहसंस्कारविधिः। ग) गर्भाधानसंस्कारविधिः। घ) पुंसवन-सीमन्तोन्नयनसंस्कारविधिः। ङ) जातकर्म-नामकरणसंस्कारविधिः।
उत्तरमध्यमा द्वितीय खण्ड (कक्षा-12) के पाठ्यक्रम की रूपरेखा
प्रश्नपत्र-संख्या विषयः पूर्णाङ्कः
प्रथम-प्रश्नपत्रम्अनिवार्यं संस्कृतम्100
द्वितीय-प्रश्नपत्रम्संस्कृतशास्त्रम् I100
तृतीय-प्रश्नपत्रम्संस्कृतशास्त्रम् II100
चतुर्थ-प्रश्नपत्रम्हिन्दी100
पञ्चम-प्रश्नपत्रम्आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम100
षष्ठ-प्रश्नपत्रम्इतिहासः/राजनीतिशास्त्रम्/समाजशास्त्रम्/गृहविज्ञानम्/शिक्षाशास्त्रम् अर्थशास्त्रम्100
सप्तम-प्रश्नपत्रम्आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम100
अष्टम-प्रश्नपत्रम्आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम100

उत्तरमध्यमा द्वितीयखण्डः (मानविकीवर्गः) — पूर्णांक 100

प्रथम प्रश्नपत्र (अनिवार्यसंस्कृतम् — 100)

  • (क) शुकनासोपदेशः अथवा स्वप्नवासवदत्तम् — कोई एक (20 अंक)
  • (ख) रचनानुवादकौमुदी — संस्कृतानुवाद, शब्दरूप, धातुरूप, निबन्ध
  • (ग) अर्थालंकाराः — उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, अतिशयोक्ति, वक्रोक्ति…
  • (घ) गुप्ताशुद्धिप्रदर्शनम् — 1–57 श्लोक, 101–130 वाक्य
  • (ङ) मध्यसिद्धान्तकौमुदी — तद्धित, स्त्रीप्रत्यय अथवा लघुसिद्धान्तकौमुदी — विभक्त्यर्थ से स्त्रीप्रत्यय तक
  • लघुसिद्धान्तकौमुदी (विभक्त्यर्थप्रकरणतः स्वीप्रत्ययप्रकरणं यावत्) (व्याकरणेतरच्छात्राणां कृते अनिवार्यम्) अथवा व्याकरणव्छात्राणां कृते- न्यायसिद्धान्तमुक्तावली (अनुमानखण्डः) अथवा वैशेषिकसूत्रम् (प्रथमोऽध्यायः)

द्वितीय प्रश्नपत्र (10)

साहित्य

  • काव्यमीमांसा — (1-5 अध्यायाः) 50 अंक
  • वृत्त रत्नाकर — (1-3 अध्यायाः) 50 अंक

नव्यव्याकरण

  • क)सिद्धान्तकौमुदी दिवादिगणादारभ्य नामधात्वन्तो भागः)

तृतीय प्रश्नपत्र (100)

साहित्य

  • किरातार्जुनीयम् — (3-4 सर्गौ) 100 अंक

नव्यव्याकरण

  • क)सिद्धान्तकौमुदी कण्डवादिप्रकरणमारभ्य उणादिहीनकृदन्तान्तो भागः)

चतुर्थ प्रश्नपत्र (100)

  • लघुनिबन्धरूपेण...

पंचम प्रश्नपत्र (100)

  • लघुनिबन्धरूपेण...

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