उत्तरमध्यमा – प्रथम एवं द्वितीय वर्ष पाठ्यक्रम
| प्रश्नपत्र-संख्या | विषयः | पूर्णाङ्कः |
|---|---|---|
| प्रथम-प्रश्नपत्रम् | अनिवार्यं संस्कृतम् | 100 |
| द्वितीय-प्रश्नपत्रम् | संस्कृतशास्त्रम् I | 100 |
| तृतीय-प्रश्नपत्रम् | संस्कृतशास्त्रम् II | 100 |
| चतुर्थ-प्रश्नपत्रम् | हिन्दी | 100 |
| पञ्चम-प्रश्नपत्रम् | आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम | 100 |
| षष्ठ-प्रश्नपत्रम् | इतिहासः/ राजनीतिशास्त्रम्/समाजशास्त्रम्/गृहविज्ञानम्/शिक्षाशास्त्रम् अर्थशास्त्रम् | 100 |
| सप्तम-प्रश्नपत्रम् | आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम | 100 |
| अष्टम-प्रश्नपत्रम् | आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम | 100 |
उत्तरमध्यमा प्रथमखण्डः (मानविकीवर्गः) — पूर्णांक: 100
प्रश्नपत्रम् (अनिवार्यसंस्कृतम् — 100)
- स्त्रीप्रत्ययाः (46–60 अवन्तरा)
- संधिप्रकरणम् - स्वर, व्यञ्जन...
द्वितीय प्रश्नपत्र (10)
- निपात, अव्यय, उपसर्ग
- उपमान, उपमेय...
तृतीय प्रश्नपत्र (100)
- गद्यकाव्यमालिका...
चतुर्थ प्रश्नपत्र (100)
- लघुनिबन्धरूपेण...
पंचम प्रश्नपत्र (100)
- लघुनिबन्धरूपेण...
षष्ठ प्रश्नपत्र -(इतिहास, पुराण एवं संस्कृत)
-
प्रमुख आचार्य एवं चरित्र:
१. बाल्मीकिः, २. व्यासः, ३. शुकः, ४. शौनकः, ५. वसिष्ठः, ६. विश्वामित्रः,
७. पराशरः, ८. भारद्वाजः, ९. गन्धर्वदेवः, १०. शिवः, ११. नन्दी, १२. अनसुइया,
१३. अगस्त्यः, १४. यमः, १५. अहल्याः, १६. शबरी, १७. द्रौपदी, १८. सत्यभामा,
१९. उषा, २०. कुमुदा। - संधिप्रकरणम् - स्वर, व्यञ्जन...
-
१) पौराणिक इतिहास: अठारह पुराण परिचय तथा पुराणों के रचयिता।
२) पौराणिक कथाएँ एवं प्रमुख व्यक्तित्व:
१. व्यासचरित्र, २. ध्रुवचरित्र, ३. प्रह्लाद चरित्र, ४. ययातिचरित्र,
५. बेन तथा ऋषु का आख्यान, ६. सगरोपाख्यान, ७. गंगावतरण, ८. हरिश्चन्द्राख्यान,
९. पुरुरवा-उर्वशी आख्यान, १०. ययातिः और देवयानी, ११. नल-दमयंती की कथा,
१२. स्यमन्तक मणि की कथा, १३. कालियादाहकथा, १४. कपोतोपाख्यान,
१५. वाणासुर की कथा, १६. निमिचरित्र, १७. मनु की कथा।
सप्तम् प्रश्नपत्र- पौरोहित्य (100)
- (क)गृह्यसूत्रविहितकर्माणि।
- (ख)विवाहसंस्कारविधिः।
- (ग)गर्भाधानसंस्कारविधिः।
- (घ)पुंसवन-सीमन्तोन्नयनसंस्कारविधिः।
- (ङ)भजातकर्म-नामकरणसंस्कारविधिः।
| प्रश्नपत्र-संख्या | विषयः | पूर्णाङ्कः |
|---|---|---|
| प्रथम-प्रश्नपत्रम् | अनिवार्यं संस्कृतम् | 100 |
| द्वितीय-प्रश्नपत्रम् | संस्कृतशास्त्रम् I | 100 |
| तृतीय-प्रश्नपत्रम् | संस्कृतशास्त्रम् II | 100 |
| चतुर्थ-प्रश्नपत्रम् | हिन्दी | 100 |
| पञ्चम-प्रश्नपत्रम् | आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम | 100 |
| षष्ठ-प्रश्नपत्रम् | इतिहासः/राजनीतिशास्त्रम्/समाजशास्त्रम्/गृहविज्ञानम्/शिक्षाशास्त्रम् अर्थशास्त्रम् | 100 |
| सप्तम-प्रश्नपत्रम् | आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम | 100 |
| अष्टम-प्रश्नपत्रम् | आंग्लभाषा/नेपाली/ पालि/प्राकृतम | 100 |
उत्तरमध्यमा द्वितीयखण्डः (मानविकीवर्गः) — पूर्णांक 100
प्रथम प्रश्नपत्र (अनिवार्यसंस्कृतम् — 100)
- (क) शुकनासोपदेशः अथवा स्वप्नवासवदत्तम् — कोई एक (20 अंक)
- (ख) रचनानुवादकौमुदी — संस्कृतानुवाद, शब्दरूप, धातुरूप, निबन्ध
- (ग) अर्थालंकाराः — उपमा, रूपक, उत्प्रेक्षा, अतिशयोक्ति, वक्रोक्ति…
- (घ) गुप्ताशुद्धिप्रदर्शनम् — 1–57 श्लोक, 101–130 वाक्य
- (ङ) मध्यसिद्धान्तकौमुदी — तद्धित, स्त्रीप्रत्यय अथवा लघुसिद्धान्तकौमुदी — विभक्त्यर्थ से स्त्रीप्रत्यय तक लघुसिद्धान्तकौमुदी (विभक्त्यर्थप्रकरणतः स्वीप्रत्ययप्रकरणं यावत्) (व्याकरणेतरच्छात्राणां कृते अनिवार्यम्) अथवा व्याकरणव्छात्राणां कृते- न्यायसिद्धान्तमुक्तावली (अनुमानखण्डः) अथवा वैशेषिकसूत्रम् (प्रथमोऽध्यायः)
द्वितीय प्रश्नपत्र (10)
साहित्य
- काव्यमीमांसा — (1-5 अध्यायाः) 50 अंक
- वृत्त रत्नाकर — (1-3 अध्यायाः) 50 अंक
नव्यव्याकरण
- क)सिद्धान्तकौमुदी दिवादिगणादारभ्य नामधात्वन्तो भागः)
तृतीय प्रश्नपत्र (100)
साहित्य
- किरातार्जुनीयम् — (3-4 सर्गौ) 100 अंक
नव्यव्याकरण
- क)सिद्धान्तकौमुदी कण्डवादिप्रकरणमारभ्य उणादिहीनकृदन्तान्तो भागः)
चतुर्थ प्रश्नपत्र (100)
- लघुनिबन्धरूपेण...
पंचम प्रश्नपत्र (100)
- लघुनिबन्धरूपेण...
