प्रतिशोध (pratishodh)

प्रतिशोध - डॉ. रमेशचन्द्र पाण्डेय - पढ़ने के लिए पाठों पर क्लिक कीजिए।

प्रतिशोध में कुल 21 अध्याय हैं। यह महाभारत के कथानकों का हिन्दी अनुवाद है। महाभारत का युद्ध प्रतिशोध का ही युद्ध है। भीष्म की प्रतिज्ञा से लेकर अर्जुन पुत्र के वध तक महाभारत प्रतिशोध से भरा पड़ा है। गान्धारी का अपहरण, द्रुपद के अपमान का बदला, द्रौपदी के चीर हरण का बदला, लाक्षागृह में पाँण्डवों को जलाना, अभिमन्यु के मृत्यु का बदला, अश्वत्थामा, शिशुपाल का प्रतिशोध इत्यादि कथानकों को एक जगह पिरोकर यह कथानक साहित्य तैयार हुआ है।

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