प्रथम प्रश्नपत्र- सभी छात्रों के लिए-
कारक प्रजकरम्- सिद्धान्त कौमुदी से- विभक्तिसंप्रयोग, वाक्यशुद्धीकरण ।
रचनानुवादकौमुदी-डॉ कपिलदेव द्विवेदी- अभ्यास 31 से 60- अनुवाद एवं वाक्यशुद्धीकरण ।
रचनानुवादकौमुदी-
पंचतंत्रम्-(सुहृदभेद)- गद्यपद्य व्याख्या ।
द्वितीय प्रश्नपत्र-
मेघदूतम्- पद्य संख्या 34 से पूर्वमेघ की समाप्ति तक ।
अभिज्ञानशाकुन्तलम्- चतुर्थ अंक से सप्तम् अंक तक ।
सिन्धुवादवृत्तम्- चतुर्थ यात्रावर्णन से सप्तम यात्रावर्णन तक ।
तृतीय प्रश्नपत्र-
निबन्धमंजरी -प्रो. विसम्भरनाथ
हिन्दी गद्य का इतिहास
चतुर्थ प्रश्नपत्र- नव्यव्याकरण के छात्रों के लिए-
प्रौढ़मनोरमा- शब्दरत्नसंहिता
चतुर्थ प्रश्नपत्र- साहित्य के छात्रों के लिए-
शिशुपालवधम्- 3-4 सर्ग
मृृच्छकटिकम्- 4 से 07 अंक पर्यन्त
पंचम प्रश्नपत्र-नव्यव्याकरण के छात्रों के लिए-
वैयाकरणसिद्धान्तकौमुदी-स्वरवैदिकीप्रक्रिया
पंचम प्रश्नपत्र- साहित्य के छात्रों के लिए-
साहित्यदर्पण- प्रथम द्वितीय तृतीय परिच्छेद
कादम्बरी- चन्द्रापीड वर्णन ।
षष्ठम् प्रश्नपत्र- हिन्दी के छात्रों के लिए
ध्रुवस्वामिनी
बहतीगंगा
सहजएकांकी
प्राचीनगद्यकाल एवं आधुनिक गद्यकाल
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