| 01 |
इधर का उधर करना |
चीज़ों को अस्त-व्यस्त कर देना; गड़बड़ करना |
नये छात्रों ने कक्षा में किताबें इधर का उधर कर दीं जिससे सब गड़बड़ हो गया। |
| 02 |
इधर-उधर की हाँकना |
बात घुमाना; सीधे मुद्दे से भटकाना |
जब उस पर सवाल हुआ तो उसने इधर-उधर की हाँकना शुरू कर दी। |
| 03 |
इधर कूदा न उधर फाँद पाया |
न ही कोई लाभ हुआ और न ही काम पूरा हुआ; अटक जाना |
दोनों योजनाएँ विफल रहीं — इधर कूदा न उधर फाँद पाया। |
| 04 |
इंतज़ार की घड़ियाँ काटना |
कठिन या बेसब्री से घड़ी-घड़ी समय बिताना |
अभिनय के अंतिम संदेश का इंतज़ार करते हुए वह इंतज़ार की घड़ियाँ काटता रहा। |
| 05 |
इनकार की भाषा बोलना |
साफ़-साफ़ मना कर देना |
उसने बार-बार ऑफ़र मिलने के बाद भी इनकार की भाषा बोल दी। |
| 06 |
इलज़ाम लगाना |
दोषारोपण करना; आरोप लगाना |
बिना प्रमाण के किसी पर इलज़ाम लगाना न्यायसंगत नहीं है। |
| 07 |
इशारों में बात करना |
सीधे शब्दों के बिना संकेतों से बात करना |
दोनों पुराने मित्र इशारों में बात कर रहे थे ताकि दूसरों को समझ न आए। |
| 08 |
इन्द्रियों पर काबू रखना |
इंद्रियों या इच्छाओं को नियंत्रित रखना; संयमित रहना |
योगाभ्यास से उसने इन्द्रियों पर काबू रखना सीख लिया। |
| 09 |
इतना सिर चढ़ाना |
किसी को बेवजह बहुत महत्व देना; मेहरबानी अति कर देना |
वह अपने लड़के का इतना सिर चढ़ाता है कि वह शरारतें कर बैठता है। |
| 10 |
इक्कीस तोपों की सलामी देना |
अत्यधिक आदर या सम्मान प्रकट करना |
रिटायर होते नेता को इक्कीस तोपों की सलामी देना चाहिये था। |
| 11 |
ईंट का जवाब पत्थर से देना |
कठोर या बराबर प्रतिकार करना |
उसने बदनामी पर ईंट का जवाब पत्थर से दिया और मामला उलट दिया। |
| 12 |
ईंट-ईंट खंगाल डालना |
बारीकी से छानबीन करना |
अपराध की तह तक जाने के लिए पुलिस ने ईंट-ईंट खंगाल डाल दी। |
| 13 |
ईमान बेचना |
नैतिकता या सिद्धांत छोड़कर स्वार्थ के लिए काम करना |
पैसे के लिए वह अपने सिद्धांतों को ईमान बेचने जैसा काम कर रहा है। |
| 14 |
ईमानदारी की दुहाई देना |
बार-बार अपनी ईमानदारी का दावा करना |
उसने हर बहस में अपनी ईमानदारी की दुहाई दी पर प्रमाण नहीं दिखा पाया। |
| 15 |
ईख का पौधा न सीधा होना |
नटखट या टेढ़ा स्वभाव; ठीक न होना |
उस बच्चे का बर्ताव ईख का पौधा न सीधा होने जैसा है — सुधरता नहीं। |
| 16 |
एक ईमान दो टके का |
बहुत कम या दिखावटी ईमानदारी |
उसके शब्दों की सराहना नहीं हुई — केवल एक ईमान दो टके का साबित हुआ। |
| 17 |
ईस का ना ऊस का |
दोनों तरफ़ से बेकार या अस्थिर स्थिति में होना |
वह नौकरी में ईस का ना ऊस का बनकर रह गया और दोनों जगह हार गया। |
| 18 |
ईर्ष्या की आग में जलना |
दूसरों से जलन महसूस करना |
उसकी सफलता देखकर कुछ लोग ईर्ष्या की आग में जल रहे थे। |
| 19 |
ईंधन डालना |
किसी विवाद या आग में और बढ़ावा देना |
बेतुकी टिप्पणी ने बहस में और ईंधन डाल दिया। |
| 20 |
ईश्वर का दिया सब कुछ होना |
काफी सम्पत्ति/सुविधाएँ होना; परिपूर्ण संतोष |
उसका जीवन सरल और सुखी है — ऐसा लगता है जैसे ईश्वर का दिया सब कुछ है। |