इ से बनने वाले मुहावरे
01. इंतहा कर देना — अति कर देना, हद करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने ग़ुस्से में आकर इंतहा कर दी, सब तोड़फोड़ डाली।
02. इज्जत उतारना / लेना — अपमानित करना, आबरू लूटना।
🔹 वाक्य प्रयोग: सबके सामने उसकी इज्जत उतार दी गई।
03. इज्जत खोना / गंवाना — मर्यादा खोना।
🔹 वाक्य प्रयोग: झूठ बोलकर उसने अपनी इज्जत गँवा दी।
04. इज्जत देना — आदर देना, मर्यादित करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: जो दूसरों को इज्जत देता है, वही असली सज्जन कहलाता है।
05. इधर-उधर करना — टालमटोल करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने सीधे उत्तर देने के बजाय बात को इधर-उधर कर दिया।
06. इधर-उधर की — जहाँ-तहाँ की, सुनी-सुनाई बातें।
🔹 वाक्य प्रयोग: वे मुख्य विषय छोड़कर इधर-उधर की बातें करने लगे।
07. इधर-उधर हाँकना — गप मारना।
🔹 वाक्य प्रयोग: खाली बैठे सब इधर-उधर हाँक रहे थे।
08. इधर-उधर से — जहाँ-तहाँ से, दूसरों से।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने इधर-उधर से पैसे जुटाए और फीस भरी।
09. इधर-उधर होना — अव्यवस्थित होना।
🔹 वाक्य प्रयोग: मेज़ पर रखी सारी किताबें इधर-उधर हो गईं।
10. इधर का उधर होना — कहीं का कहीं हो जाना।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसकी लापरवाही से सारा काम इधर का उधर हो गया।
11. इधर की उधर करना — चुगली या झगड़ा लगाना।
🔹 वाक्य प्रयोग: वह सबकी इधर की उधर करता है, इसलिए कोई उस पर भरोसा नहीं करता।
12. इधर की दुनिया उधर हो जाना — असंभव का संभव हो जाना।
🔹 वाक्य प्रयोग: अगर वह परीक्षा में पास हो गया तो समझो इधर की दुनिया उधर हो गई!
13. इधर या उधर — जीत या हार, अनुकूल या प्रतिकूल।
🔹 वाक्य प्रयोग: अब खेल का नतीजा इधर या उधर होगा।
14. इनायत करना — कृपा करना, दया करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: हज़रत ने मुझ पर बड़ी इनायत की।
15. इमली घोटाना — विवाह की एक रस्म पूरी करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: शादी में वर-वधू के मामा ने इमली घोटाने की रस्म निभाई।
16. इल्लत पालना — कोई झंझट या बुरी आदत पाल लेना।
🔹 वाक्य प्रयोग: दूसरों के मामलों में दखल देना इल्लत पालना है।
17. इष्ट होना — सिद्धि प्राप्त कर लेना।
🔹 वाक्य प्रयोग: साधना करने पर उसका इष्ट हो गया।
18. ईंट का छल्ला देना — मजबूती से जोड़ना।
🔹 वाक्य प्रयोग: मज़दूर ने दीवार में ईंट का छल्ला देकर पक्की जोड़ बनाई।
19. ईंट की मस्जिद अलग बनाना — अपनी ही बात पर अड़े रहना।
🔹 वाक्य प्रयोग: वह तो ईंट की मस्जिद अलग बनाए बैठा है, किसी की सुनता ही नहीं।
20. ईंट मारना — भलाई की आशा बँधाकर बुराई करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने मदद का वादा किया लेकिन अंत में ईंट मार दी।
21. ईंट से ईंट बजना — खुलकर लड़ाई होना।
🔹 वाक्य प्रयोग: दोनों गाँवों में बात इतनी बढ़ी कि ईंट से ईंट बजने लगी।
22. ईद का चाँद — दुर्लभ व्यक्ति या वस्तु।
🔹 वाक्य प्रयोग: वह तो अब ईद का चाँद हो गया है, महीनों बाद दिखाई देता है।
23. ईमान का सौदा — खरा व्यवहार, सच्चाई का पालन।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने कभी ईमान का सौदा नहीं किया, चाहे कितना भी नुकसान हो।
24. ईमान की कहना — सच कहना, सच्ची बात बोलना।
🔹 वाक्य प्रयोग: ईमान की कहूँ तो मुझे इस काम में मज़ा नहीं आता।
25. ईमान ठिकाने न रहना — धर्म या नीति से हट जाना।
🔹 वाक्य प्रयोग: पैसे के लालच में उसका ईमान ठिकाने न रहा।
26. ईमान डिगना — नीयत में खामी आना।
🔹 वाक्य प्रयोग: लोभ के कारण उसका ईमान डिग गया।
27. ईमान देना — सत्य या धर्म छोड़ना।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने स्वार्थ के लिए अपना ईमान दे दिया।
28. ईमान में फर्क आना — नीयत बिगड़ना।
🔹 वाक्य प्रयोग: जब लाभ की बात आई, तो उसके ईमान में फर्क आ गया।
29. ईमान बिगड़ना — सच्चाई से विमुख होना।
🔹 वाक्य प्रयोग: बुरे संग के कारण लड़के का ईमान बिगड़ गया।
30. ईमान लाना — किसी मत या सत्य को मान लेना।
🔹 वाक्य प्रयोग: सत्य के मार्ग पर चलकर उसने ईमान लाया।
31. ईश्वर की माया — अनजानी या अद्भुत घटना।
🔹 वाक्य प्रयोग: यह सब ईश्वर की माया है, कोई समझ नहीं सकता।
32. ईर्ष्या की आग में जलना — द्वेष या जलन से पीड़ित होना।
🔹 वाक्य प्रयोग: पड़ोसी की तरक्की देखकर वह ईर्ष्या की आग में जल उठा।
33. ईनाम पर आँख रखना — इनाम पाने की लालसा रखना।
🔹 वाक्य प्रयोग: वह काम तो कर रहा है पर मन में ईनाम पर आँख रखे हुए है।
34. ईंट पर ईंट रखना — नया निर्माण करना।
🔹 वाक्य प्रयोग: उसने अपनी मेहनत से ईंट पर ईंट रखकर मकान बनाया।
35. ईंट का जवाब पत्थर से देना — किसी की कठोरता का कठोर उत्तर देना।
🔹 वाक्य प्रयोग: जब उसने बुरा कहा तो उसने भी ईंट का जवाब पत्थर से दिया।